श्री हनुमान जी की भव्य प्रतिमा
यह मूर्ति भगवान द्वारा भक्त को विनम्रता के भाव में रहने को सदैव प्रेरित करती है। मूर्ति का अभिषेक पंचामृत एवं मंत्रोच्चारण द्वारा किया जाता है| बालाजी को सिन्दूर, वर्क, चमेली के तेल आदि से श्रृंगार किया जाता है और इसी प्रकार से श्री भैरव जी और प्रेतराज सरकार का भी श्रृंगाराभिषेक किया जाता है | इस सेवा में लगभग 4 घंटे का समय लगता है|
उपचार पद्धति
श्री बालाजी हनुमान मंदिर में सभी तरह के असाध्य रोगों का प्राकर्तिक उपचार अन्य अन्य विधियों द्वारा किया जाता है जिससे रोगी को शीघ्र आराम पहुँचता है जिसमे ज्योतिष चिकित्सा, मन्त्र चिकित्सा एवं यंत्र चिकित्सा भी शामिल है| रत्नों – यंत्रों आदि के माध्यम से सभी प्रकार के रोगों , संकटों आदि का श्री बालाजी महाराज की कृपा से निवारण किया जाता है|
मंदिर में आने वाले श्रद्धालु समय लेकर अपने उपचार हेतु सम्पर्क करें| उसके पश्चात जो भी निर्देश दिया जाता है उसके अनुसार उपचार किया जाएगा| भगवान् की कृपा और आर्शीवाद से प्राकृतिक व घरेलू चिकित्सा पद्धतियों से भी उपचार होता है जिसमें आम व्यक्ति महंगी दवाओं और उनके शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव से बच सकता है। यहाँ योग साधना एवं ध्यान विधियों के द्वारा भी उपचार होता है|
जो श्रद्धालु यहाँ पर नही आ सकते उनको उपरोक्त सेवाओं का प्रसाद, उपचार सामग्री डाक द्वारा भी उपलब्ध करवाई जा सकती है जिसकी जानकारी आप सम्पर्क सूत्र से भी ले सकते हैं|
अनुकम्पा दान
श्री बालाजी महाराज के अनन्य श्रद्धालु किसी भी प्रकार का उदारमय दान कर सकते हैं जो कि निम्न, असहाय दीन हीन, गरीब कन्याओं के विवाह, गौ सेवा, पर्यावरण एवं प्रकृति स्वच्छता के लिए खर्च किया जाएगा|